मुंहासे क्या होते हैं

हमारे शरीर में  वात-पित्त-कफ दोष उपस्थित होते हैं। जिनके असंतुलित होने पर शरीर में कई प्रकार की बीमारियां होने लगती  हैं। इसी प्रकार मुँहासों में मुख्यत पित्त और कफ दोष के असंतुलित होने के कारण त्वग्वसीय ग्रन्थि  में रुकावट आ जाती है। जिसके कारण त्वचा में उपस्थित छोटे-छोटे रोम छिद्र बन्द हो जाते हैं और त्वचा से निकलने वाला तैल रोम छिद्र  में इकट्ठा होने लगता है जिसकी वजह त्वचा में गोल आकार के छोटे-छोटे दाने हो जाते हैं जिन्हें मुँहासे कहते हैं। अधिकांश मामलों में ये मुंहासे घरेलू इलाजों  से ठीक हो जाते हैं.

      मुँहासे होने के कारण
 

आम तौर पर मुँहासा होने के बहुत सारे कारण है लेकिन उनमें से आहार और जीवनशैली प्रमुख है जिनके कारण मुँहासा होता है। चलिये इनके बारे में  जानते है कि इन दोनों के अलावा और भी कौन से ऐसे कारण है। लेकिन कारण कोई भी हो घरेलू नुस्ख़े बहुत फायदेमंद होते हैं।
ज्यादा तैलीय , मिर्च मसाला खाना; बाहर की चीजे जैसे- पिज्जा, बर्गर, पेस्ट्री, आइक्रिम, आदि खाना जैसे (दूध के साथ नमक), मैदे से बनी चीजों को अधिक मात्रा में खाना मुँहासे निकलने के वजह होते हैं।

पिंपल्स के लिए घरेलू उपाय है|

1.मुल्तानी मिट्टी
2.टूथपेस्ट
3.संतरे का छिलका
4.एलोवेरा जैल
5.नीम              

          मुल्तानी मिट्टी              

मुल्तानी मिट्टी तैलीय और मुँहासे प्रवण त्वचा के लिए अच्छी है और यह अतिरिक्त तेल को अवशोषित कर, उनको रोम छिद्र से मुक्त करती है। यह आपके रंग में सुधार करने में भी मदद करती है। 

लगाने का तरीका:-

मुल्तानी मिट्टी के बराबर, चंदन पाउडर और गुलाब जल के अनुपात को मिक्स करें। आप पेस्ट में एक बेहतर स्थिरता लाने के लिए और गुलाब जल को मिला सकते हैं। अपने चेहरे पर यह गीली मिट्टी पैक लगाएं। सूख जाने के बाद इसको धो लें। सप्ताह में एक बार इस प्रक्रिया को दोहराएं।

              टूथपेस्ट              

टूथपेस्ट का आप नियमित रूप से उपयोग अपने दांत साफ करने के लिए करते हैं, लेकिन यह आपकी मुँहासो की समस्या को भी ठीक कर सकता है। यह मुँहासों के लिए सबसे आसान घरेलू उपचारों में से एक है। बिस्तर पर जाने से पहले प्रभावित क्षेत्र पर सफेद टूथपेस्ट की एक छोटी सी मात्रा लगाएं। टूथपेस्ट सूजन को कम करता है और मुँहासों को सुखा देता है। एक या दो दिन के भीतर आप महत्वपूर्ण सुधार देख सकते हैं। 

       संतरे का छिलका.       

एक संतरे में शामिल अम्लीय संपत्ति और उच्च विटामिन सी मुँहासे के लिए एक सही उपाय है। आप संतरे के रस के साथ उसकी छाल का भी उपयोग कर सकते हैं, छिलका और अधिक प्रभावी हो सकता है।

लगाने का तरीका:-

धूप में संतरे के छिलके डालकर उनको पूरी तरह से सुखाएँ। सूखे छिलकों को पाउडर के रूप में पीसें और एक पेस्ट बनाने के लिए पानी मिलाएँ। प्रभावित क्षेत्र पर लगाएँ और 10 से 15 मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें। फिर गर्म पानी से अपना चेहरा धो लें

          एलोवेरा जैल         

एलोवेरा में सुखदायक और सूजन को कम करने वाले गुण होते हैं जो कुछ दिनों में मुँहासे का इलाज कर सकते हैं। एलोवेरा जैल मुँहासों के निशानों के उपचार में भी सहायक है।

लगाने का तरीका:-

आप बाजार से एलोवेरा जैल खरीद सकते हैं या एक एलोवेरा पौधे से एक पत्ता काटें और बीच में से उसको दबाएं, इसके द्वारा आप शुद्ध एलोवेरा जैल प्राप्त कर सकते हैं। दिन में दो बार प्रभावित क्षेत्र पर एलोवेरा जैल का उपयोग करें। 

               नीम              

भारतीय बकाइन को नीम के रूप में भी जाना जाता है, इसे विभिन्न त्वचा की समस्याओं के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इसमें एंटीसेप्टिक और रोगाणुरोधी गुण हैं जो कि मुँहासो को बनाने वाले बैक्टीरिया को मारने में मदद करते हैं। इसके अलावा, नीम लालिमा और त्वचा की सूजन में आराम देता है।

लगाने का तरीका:-

नीम  का पेस्ट थोड़ा पानी मिलाकर बनाएं। इस पेस्ट में कुछ हल्दी पाउडर मिलाएं और फिर प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं। 20 मिनट के लिए इसको लगाकर छोड़ दें और फिर इसे धो लें। एक सप्ताह में कम से कम दो बार यह करें। आप दिन में एक या दो बार नीम का तेल भी लगा सकते हैं जब तक आपको सुधार ना दिखे।